आगामी संस्करणों के लिए योगानन्दजी की अभिलाषाएँ इससे आगे की सोच हमारे बस की बात नहीं है. तो क्या बस यही जीवन है? खाना, कमाना और आखिर में मर जाना. आखिर में आपसे यही कहना चाहेंगे की बुरे कर्मो से बचें, अपना दिल साफ़ रखें, दूसरों की भलाई करें और https://freekundli61593.sunderwiki.com/1963984/the_basic_principles_of_dushman_ko_niyantran